♥♥♥♥♥♥♥♥ ♥♥अली(सत्य का पर्याय) ♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥
"शब्दकोष में शब्द नहीं हैं, किन नामों से उन्हें पुकारूँ!
कहूँ "मुर्तजा" या फिर "हैदर",या मैं उनको "अली" पुकारूँ!
उनके उपकारों के सम्मुख, शब्द भी ढलते लघु रूप में,
उनको नाम दूँ महिनाथ का, या उनको महावीर पुकारूँ!
महाविज्ञ हैं, शौर्यवान हैं, "अली" का जिनको नाम मिला है!
उनके ही तो पराक्रम से, सत्य को जीवन दान मिला है!
आज के दिन वो हुए अवतरित, स्फुट हुई सूर्य की लाली!
आज सुगन्धित वायुमंडल, आज का दिन है गौरव शाली......
धेर्यवान हैं "अली" हमारे, सच्चाई के अग्र-दूत हैं!
कमजोरों को दिया सहारा, वो तो इतने फलीभूत है!
दो ऊँगली से "अली" ने खोला, था "खैबर- का दरवाजा"
सोच वही उत्साहित करते, "अली" हमारे कंठ-रूत हैं!
शक्तिमान हैं, सत्यवान हैं, "अली" का जिनको नाम मिला है!
उनके ही तो पराक्रम से, सत्य को जीवन दान मिला है!
शत्रु भी भय खाते उनसे, उनका कण कण है बलशाली!
आज सुगन्धित वायुमंडल, आज का दिन है गौरव शाली......
"अली" के जीवन दर्शन से हम, सत्य-पथों पर चलना सीखें!
मन से दूषित सोच मिटायें, बुरे कार्य से डरना सीखें!
"देव" हमारे कलम में देखो, आज "अली" ने दी है शक्ति,
मानवता के हर शत्रु का, अंत भी उनसे करना सीखें!
दयानिधि हैं, दयावान हैं, "अली" का जिनको नाम मिला है!
उनके ही तो पराक्रम से, सत्य को जीवन दान मिला है!
दमन-मुक्त हैं, करुण-युक्त हैं, वो सबको देते खुशहाली!
आज सुगन्धित वायुमंडल, आज का दिन है गौरव शाली!"
********प्रिय मित्रों,
"Hazrat Ali ( A.S ) sahab
21 Mars-599 to 9 February-६६१"
के अवतरण दिवस पर आप सभी को बधाई!
उनके अनमोल, धेर्यवान, सत्यवान, शौर्यवान, पराक्रमी जीवन दर्शन को कोटि कोटि प्रणाम! आइये उनके जीवन दर्शन से हम भी सत्य, शौर्य, पराक्रम की सोच ग्रहण करते हुए, मानवता को जीवित रखने का प्रयास करें!-चेतन रामकिशन "देव"
****मित्रों, इस कविता को लिखने में मेरी परम मित्र और ओजस्वी सोच की स्वामी "ओशिन हुसैन जी" ने बहुमूल्य सहयोग दिया है! यदि उनका सहयोग नहीं मिलता तो मैं अज्ञानी व्यक्ति "अली साहब" की शान में दो शब्द भी नहीं जोड़ पाता, उनका ह्रदय की गहराईयों से शत शत धन्यवाद!"
"शब्दकोष में शब्द नहीं हैं, किन नामों से उन्हें पुकारूँ!
कहूँ "मुर्तजा" या फिर "हैदर",या मैं उनको "अली" पुकारूँ!
उनके उपकारों के सम्मुख, शब्द भी ढलते लघु रूप में,
उनको नाम दूँ महिनाथ का, या उनको महावीर पुकारूँ!
महाविज्ञ हैं, शौर्यवान हैं, "अली" का जिनको नाम मिला है!
उनके ही तो पराक्रम से, सत्य को जीवन दान मिला है!
आज के दिन वो हुए अवतरित, स्फुट हुई सूर्य की लाली!
आज सुगन्धित वायुमंडल, आज का दिन है गौरव शाली......
धेर्यवान हैं "अली" हमारे, सच्चाई के अग्र-दूत हैं!
कमजोरों को दिया सहारा, वो तो इतने फलीभूत है!
दो ऊँगली से "अली" ने खोला, था "खैबर- का दरवाजा"
सोच वही उत्साहित करते, "अली" हमारे कंठ-रूत हैं!
शक्तिमान हैं, सत्यवान हैं, "अली" का जिनको नाम मिला है!
उनके ही तो पराक्रम से, सत्य को जीवन दान मिला है!
शत्रु भी भय खाते उनसे, उनका कण कण है बलशाली!
आज सुगन्धित वायुमंडल, आज का दिन है गौरव शाली......
"अली" के जीवन दर्शन से हम, सत्य-पथों पर चलना सीखें!
मन से दूषित सोच मिटायें, बुरे कार्य से डरना सीखें!
"देव" हमारे कलम में देखो, आज "अली" ने दी है शक्ति,
मानवता के हर शत्रु का, अंत भी उनसे करना सीखें!
दयानिधि हैं, दयावान हैं, "अली" का जिनको नाम मिला है!
उनके ही तो पराक्रम से, सत्य को जीवन दान मिला है!
दमन-मुक्त हैं, करुण-युक्त हैं, वो सबको देते खुशहाली!
आज सुगन्धित वायुमंडल, आज का दिन है गौरव शाली!"
********प्रिय मित्रों,
"Hazrat Ali ( A.S ) sahab
21 Mars-599 to 9 February-६६१"
के अवतरण दिवस पर आप सभी को बधाई!
उनके अनमोल, धेर्यवान, सत्यवान, शौर्यवान, पराक्रमी जीवन दर्शन को कोटि कोटि प्रणाम! आइये उनके जीवन दर्शन से हम भी सत्य, शौर्य, पराक्रम की सोच ग्रहण करते हुए, मानवता को जीवित रखने का प्रयास करें!-चेतन रामकिशन "देव"
****मित्रों, इस कविता को लिखने में मेरी परम मित्र और ओजस्वी सोच की स्वामी "ओशिन हुसैन जी" ने बहुमूल्य सहयोग दिया है! यदि उनका सहयोग नहीं मिलता तो मैं अज्ञानी व्यक्ति "अली साहब" की शान में दो शब्द भी नहीं जोड़ पाता, उनका ह्रदय की गहराईयों से शत शत धन्यवाद!"