♥♥♥♥♥प्यार का जहाज..♥♥♥♥♥
दर्द का फिर इलाज़ ढूँढेंगे!
अपना हंसमुख मिजाज़ ढूँढेंगे!
कल तलक जो हमें न मिल पाया,
उसको शिद्दत से आज ढूँढेंगे!
जो चकाचोंध में हुआ है गुम,
हम वो खोया लिहाज़ ढूँढेंगे!
आदमी-आदमी से मिल जाये,
प्यार का वो जहाज ढूँढेंगे!
हिन्दू, मुस्लिम हों, सिख, ईसाई एक,
ऐसा खिलता समाज ढूँढेंगे!
हारकर जीतने का दम न मरे,
जोश का वो रियाज़ ढूँढेंगे!
"देव" रिश्ता यहाँ जुड़े दिल से,
एक दमकता रवाज ढूँढेंगे! "
.......चेतन रामकिशन "देव"…...
दिनांक-२४.०८. २०१४
दर्द का फिर इलाज़ ढूँढेंगे!
अपना हंसमुख मिजाज़ ढूँढेंगे!
कल तलक जो हमें न मिल पाया,
उसको शिद्दत से आज ढूँढेंगे!
जो चकाचोंध में हुआ है गुम,
हम वो खोया लिहाज़ ढूँढेंगे!
आदमी-आदमी से मिल जाये,
प्यार का वो जहाज ढूँढेंगे!
हिन्दू, मुस्लिम हों, सिख, ईसाई एक,
ऐसा खिलता समाज ढूँढेंगे!
हारकर जीतने का दम न मरे,
जोश का वो रियाज़ ढूँढेंगे!
"देव" रिश्ता यहाँ जुड़े दिल से,
एक दमकता रवाज ढूँढेंगे! "
.......चेतन रामकिशन "देव"…...
दिनांक-२४.०८. २०१४