♥♥♥♥♥♥♥थोड़ी सी जगह..♥♥♥♥♥♥♥♥
मेरी मासूम मोहब्बत को तुम पनाह दे दो!
अपने दिल में मुझे थोड़ी सी, तुम जगह दे दो!
मैंने तुमसे ही उम्मीदें, यहाँ लगाईं हैं,
जरा बुझते हुए चराग को, हवा दे दो!
भरी दुनिया में नहीं कोई भी हमदर्द मेरा,
बड़ी मुश्किल में हूँ मैं, थोड़ी सी दुआ दे दो!
मेरे हर दर्द को, उस रोज शिफा मिल जाये,
अपने एहसास की, गर थोड़ी सी दवा दे दो!
"देव" मेरा भी इबादत में, यकीं हो जाये,
जो अगर मुझको, मोहब्बत का तुम खुदा दे दो!"
.............चेतन रामकिशन "देव".............
दिनांक-३०.०८.२०१३