Sunday, 18 December 2011

♪♫•*¨*•.¸¸❤¸¸.*•शहीदों को नमन¸¸❤¸¸.•*♪♫•*¨*•.¸¸❤¸¸.
नमी हवा में है आंसुओं की, ये आसमां भी बरस रहा है!
तुम्हारे जाने के बाद वीरों, ये देश अब भी तरस रहा है!

सलाम अशफाक तुमको मेरा,छवि तुम्हारी वसी नयन में!
दोबारा आओ धरा पे अपनी,  बहुत जरुरत हुई वतन में!

सफेदपोशों के हाथ देखो, ये अपना भारत झुलस रहा है!
नमी हवा में है आंसुओं की, ये आसमां भी बरस रहा है!

"बलिदान दिवस पर शहीदों को नमन करते हुए, "शुभ-दिन"
•♫♪"*♪♫•*¨*•.¸¸चेतन रामकिशन "देव"❤¸•♫♪"*♪♫•*•♫♪❤¸