Monday 21 April 2014

♥वफ़ा की मिसाल...♥

♥♥♥♥♥वफ़ा की मिसाल...♥♥♥♥♥
तुम वफ़ाओं की एक मिसाल बनो!
चांदनी रात का ज़माल बनो!

मेरे ज़ख्मों का तुम मरहम बनकर,
मैं जो रोऊँ तो तुम रुमाल बनो!

मेरी राहों में जब अँधेरा हो,
जगमगाती हुयी मशाल बनो!

सिलसिला प्यार का ये चलते रहे,
तुम मोहब्बत की एक ढ़ाल बनो!

सात जनमों तलक न फीका पड़े,
प्यार का ऐसा तुम गुलाल बनो!

दुश्मनों को वतन के दूँ मैं सबक,
खून का मेरे तुम उबाल बनो!

"देव" दुख में भी, सुख में साथ रहे,
मेरे क़दमों की ऐसी चाल बनो!"

.......चेतन रामकिशन "देव".......
दिनांक-२१.०४.२०१४