♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥कलम की रोशनी ..♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥
कलम मुखर रखना है हमको, भाव नहीं मरने देना है!
ये आंसू हैं बड़े कीमती, इनको न झरने देना है!
लोग हमारा नाम देखकर, जो कोसें और लानत बख्शें,
हमको अपनेआपे से वो, काम नहीं करने देना है!
हमको ऊर्जा रखनी होगी, और हमको ये बल रखना है!
हमको अपने हाथ में देखो, इस भारत का कल रखना है!
हमको अपने जीते जी ये, वतन नहीं बिकने देना है!
कलम मुखर रखना है हमको, भाव नहीं मरने देना है!
हमको संयम रखना है पर, नहीं जवानी मृत करनी है!
अपने मन से कभी जीत की, सोच नहीं निवृत करनी है!
"देव" कभी ईमान बेचकर, न दौलत की हसरत रखना,
और निराशा के भावों से, नहीं सोच विकृत करनी है!
अपने छोटे जीवन में हम, बड़ी बड़ी मंजिल पायंगे!
कायरता की मृत्यु पाकर, नहीं जहाँ से हम जायेंगे!
न खोएंगे अपनी ऊर्जा, न खुद को डरने देना है!
कलम मुखर रखना है हमको, भाव नहीं मरने देना है"
...............…चेतन रामकिशन "देव"…..............
दिनांक-३०.१०.२०१३
कलम मुखर रखना है हमको, भाव नहीं मरने देना है!
ये आंसू हैं बड़े कीमती, इनको न झरने देना है!
लोग हमारा नाम देखकर, जो कोसें और लानत बख्शें,
हमको अपनेआपे से वो, काम नहीं करने देना है!
हमको ऊर्जा रखनी होगी, और हमको ये बल रखना है!
हमको अपने हाथ में देखो, इस भारत का कल रखना है!
हमको अपने जीते जी ये, वतन नहीं बिकने देना है!
कलम मुखर रखना है हमको, भाव नहीं मरने देना है!
हमको संयम रखना है पर, नहीं जवानी मृत करनी है!
अपने मन से कभी जीत की, सोच नहीं निवृत करनी है!
"देव" कभी ईमान बेचकर, न दौलत की हसरत रखना,
और निराशा के भावों से, नहीं सोच विकृत करनी है!
अपने छोटे जीवन में हम, बड़ी बड़ी मंजिल पायंगे!
कायरता की मृत्यु पाकर, नहीं जहाँ से हम जायेंगे!
न खोएंगे अपनी ऊर्जा, न खुद को डरने देना है!
कलम मुखर रखना है हमको, भाव नहीं मरने देना है"
...............…चेतन रामकिशन "देव"…..............
दिनांक-३०.१०.२०१३