♥♥♥♥♥♥♥प्यार भरा स्पर्श..♥♥♥♥♥♥♥♥
कभी किसी रोते के सर पर, प्यार से हाथ फिराकर देखो!सुकूं मिलेगा तुमको यारों, सच का साथ निभाकर देखो!
अपने पथ में फूलों की तो, चाह सभी को रहती लेकिन,
कभी मगर तुम गैर के पथ से, कांटा कोई हटाकर देखो!
इस दुनिया में जीते जी ही, पाओगे जन्नत सी खुशियाँ,
अपनी माँ के क़दमों में तुम, गर्दन जरा झुकाकर देखो!"
दिल के दर्द को दिल में रखकर, "देव" नहीं बारूद बनाना,
दोस्त के कंधे पे सर रखकर, अपना हाल सुनाकर देखो!"
.........."शुभ-दिन"......चेतन रामकिशन "देव"...........