♥♥♥♥♥♥झोपड़-पट्टी…♥♥♥♥♥♥♥
झोपड़-पट्टी में उजियारा करने को !
निर्धन का आँचल खुशियों से भरने को!
कोई सियासी मुझको नजर नहीं आया,
जो निर्धन के साथ हो, भूखा मरने को!
लम्बे चौड़े भाषण कहना जानें हैं!
यहाँ सियासी झूठी बातें तानें हैं!
इनकी आँख का आंसू महज दिखावा है,
नहीं कभी निर्धन को अपना मानें हैं!
जुटे यहाँ पर ये घोटाले करने को!
झोपड़-पट्टी में उजियारा करने को !
कभी यहाँ मज़हब की बातें करते हैं!
भाई को भाई का दुश्मन करते हैं!
"देव" इन्हे अपनी सत्ता से मतलब है,
इसीलिए ये झूठे वादे करते हैं!
लाखों अरबों अपनी झोली भरने को!
झोपड़-पट्टी में उजियारा करने को ! "
........चेतन रामकिशन "देव"….......
दिनांक-१०.०३.२०१४
झोपड़-पट्टी में उजियारा करने को !
निर्धन का आँचल खुशियों से भरने को!
कोई सियासी मुझको नजर नहीं आया,
जो निर्धन के साथ हो, भूखा मरने को!
लम्बे चौड़े भाषण कहना जानें हैं!
यहाँ सियासी झूठी बातें तानें हैं!
इनकी आँख का आंसू महज दिखावा है,
नहीं कभी निर्धन को अपना मानें हैं!
जुटे यहाँ पर ये घोटाले करने को!
झोपड़-पट्टी में उजियारा करने को !
कभी यहाँ मज़हब की बातें करते हैं!
भाई को भाई का दुश्मन करते हैं!
"देव" इन्हे अपनी सत्ता से मतलब है,
इसीलिए ये झूठे वादे करते हैं!
लाखों अरबों अपनी झोली भरने को!
झोपड़-पट्टी में उजियारा करने को ! "
........चेतन रामकिशन "देव"….......
दिनांक-१०.०३.२०१४