♥♥♥खुशी और गम...♥♥♥
जीवन की इस राह में देखो,
फूल भी होंगे, शूल भी होंगे!
नीम की छाया मिले कभी तो,
झाड़ी और बबूल भी होंगे!
ये जीवन है और जीवन का,
सुख दुःख से गहरा नाता है!
कभी पराजय मिलती है तो,
कभी विजयपथ मिल जाता है!
कभी यहाँ अपनों के दुःख से,
होता है मायूस कोई तो,
और कभी अपनायत पाकर,
अपना चेहरा खिल जाता है!
"देव" इसी जीवन में दुश्मन,
और यहीं मकतूल भी होंगे!
जीवन के पथ में तो देखो,
फूल भी होंगे, शूल भी होंगे!"
(मकतूल-प्रेमी)
...."शुभ-दिन".....चेतन रामकिशन "देव".....