Saturday 24 December 2011

♥♥एक अलौकिक शक्ति♥♥


♥♥♥♥♥♥♥♥एक अलौकिक शक्ति♥♥♥♥♥♥♥♥
बड़ा दिवस प्रकट करता है, एक आलौकिक शक्ति!
आओ करें अब तन्मय होकर, हम प्रभु की भक्ति!

प्रभु का स्मरण करने से, मिट जाता अज्ञान!
प्रभु हमको सदा बताते, सत्य पथों का ज्ञान!
प्रभु प्रेषित करते हमको, प्रेम भाव की ज्योति,
प्रभु के चरणों में मिलता, मानव को उत्थान!

प्रभु के स्नेह से मिलती, तिमिर से हमको मुक्ति!
बड़ा दिवस प्रकट करता है, एक आलौकिक शक्ति.....

भिन्न-भिन्न हैं चित्र प्रभु के, एक मगर स्वरूप!
उनकी छाया से मिटती है, समस्याओं की धूप!
प्रभु की आँखों में हर जन, होता एक समान,
प्रभु को भाता केवल मन, न तन का रंग-रूप!

प्रभु हमको सिखलाते हैं, हर मुश्किल की युक्ति!
बड़ा दिवस प्रकट करता है, एक आलौकिक शक्ति.......

आओ करें अपने चिंतन में, हम प्रभु का वास!
आओ करें हम सत्य पथों पे, चलने का प्रयास!
प्रभु के पदचिन्हों पर जो हम ले जायें जीवन,
"देव" हमारे जीवन में भी, आ जाए उल्लास!

प्रभु का स्मरण करने से, मिले सरल सी मुक्ति!
बड़ा दिवस प्रकट करता है, एक आलौकिक शक्ति!"


"बड़ा दिन अर्थात प्रभु का दिवस! यूँ तो हर दिवस, हर रात, प्रभु की होती है, किन्तु जिस दिन
अलौकिक शक्तियाँ जन्मती हैं वह दिन निश्चित रूप से अनमोल होता है! आज अपने लघु शब्दों से प्रभु के लिए शब्द जोड़े! आप सभी को प्रभु सफलता, समरसता, सम्रद्धि दे, मेरी यही कामना है!

चेतन रामकिशन "देव"
दिनांक- २५.१२.२०११
रचना प्रेरणा-







                                                                                                                  
♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥यादें♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥
प्यार आपका याद रहेगा, साथ आपकी बातें होंगी!
सपनो में दीदार करूँ जो, ऐसी दिलकश रातें होंगी!

आज भीड़ में चले गए पर, कभी तो ऐसा पल आएगा!
मेरी याद का दिया तुम्हारे, मन मंदिर में जल जायेगा!

उस पल आपकी आँखों से भी, आंसू की बरसातें होंगी!
प्यार आपका याद रहेगा, साथ आपकी बातें होंगी!"
-----------------चेतन रामकिशन "देव".............................
♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥किसान दिवस ♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥
नमन करें आओ कृषक को, उनको दें आभार!
ह्रदय से उनकी करें वंदना, उनको देकर प्यार!

कृषक तो अपने जीवन भर, हमको दे हरियाली!
किन्तु कृषक के घर में तो, हर पल है बदहाली!
नेताओं ने नहीं दिया है, आज भी कृषक-तोहफा,
किन्तु खुद के जन्मदिवस पर, ये करते दिवाली!

यदि न अन्न उगाये कृषक, मिट जाए बाजार!
नमन करें आओ कृषक को, उनको दें आभार!"

"आज किसान दिवस पर किसानों को नमन करें!
किसान इस देश को सम्रद्धि देने में पहले पायदान पर है,
किन्तु सरकारों की खराब नीति और सरकार में बढ़ते जा रहे पूंजीवादियों
के अस्तित्व से किसान बदहाल है! देश के कृषि मंत्री की परिजनों के नाम से अनेको मिलें हैं!
क्या उम्मीद रखी जा सकती है कि, ऐसे लोग कृषक हित में सोचेंगे!

चेतन रामकिशन "देव"

दिनांक----२३.१२.२०११