♥♥दर्द से साक्षात्कार..♥
दर्द से आंखे चार करेंगे!
खुशियों का सत्कार करेंगे!
जो कुछ भी ये देगा जीवन,
हम उसको स्वीकार करेंगे!
यदि अश्क होंगे आँखों में,
जो हम उनका पान करेंगे!
बस अपनी खुशियों की खातिर,
नहीं दर्द प्रदान करेंगे!
जीवन के हर मौसम को हम,
सह लेंगे हँसते मुस्काते,
कभी दर्द में ग़ज़ल लिखेंगे,
कभी खुशी में गान करेंगे!
जीवन में हर मुश्किल से हम,
जोशीली ललकार करेंगे!
जो कुछ भी ये देगा जीवन,
हम उसको स्वीकार करेंगे!"
...चेतन रामकिशन "देव"...
दर्द से आंखे चार करेंगे!
खुशियों का सत्कार करेंगे!
जो कुछ भी ये देगा जीवन,
हम उसको स्वीकार करेंगे!
यदि अश्क होंगे आँखों में,
जो हम उनका पान करेंगे!
बस अपनी खुशियों की खातिर,
नहीं दर्द प्रदान करेंगे!
जीवन के हर मौसम को हम,
सह लेंगे हँसते मुस्काते,
कभी दर्द में ग़ज़ल लिखेंगे,
कभी खुशी में गान करेंगे!
जीवन में हर मुश्किल से हम,
जोशीली ललकार करेंगे!
जो कुछ भी ये देगा जीवन,
हम उसको स्वीकार करेंगे!"
...चेतन रामकिशन "देव"...