Wednesday, 29 June 2011

♥♥प्रेम का वातावरण ♥♥♥♥♥

♥♥♥♥♥♥प्रेम का वातावरण ♥♥♥♥♥♥♥♥
"प्रेम का जिंदगी में हुआ आगमन!
है धरा झूमती, गा रहा है गगन!
मन में चिंता नहीं, कोई पीड़ा नहीं,
हर तरफ हर्ष का छाया वातावरण!

प्रेम की दीप्ति से, मिला ज्ञान है!
प्रेम उर्जा मयी एक आह्वान है!

प्रेम के ऐसे निर्मल छनो को नमन!
प्रेम का जिंदगी में हुआ आगमन..................

प्रेम के सप्तरंगों से रंग दो जगत!
प्रेम जीवन पथों से नहीं हो विरत!
प्रेम का दीप करता तिमिर का दमन,
प्रेम तो कोयले को भी करता रजत!

प्रेम दुःख में हमे देता मुस्कान है!
प्रेम उर्जा मयी एक आह्वान है!

प्रेम की ऐसी सुन्दर लगन को नमन!
प्रेम का जिंदगी में हुआ आगमन..................

प्रेम रुकता नहीं, प्रेम है अनवरत!
प्रेम दूषित नहीं, प्रेम सच्ची नियत!

प्रेम रुकता नहीं, प्रेम है अनवरत!
प्रेम दूषित नहीं, प्रेम सच्ची नियत!
प्रेम है "देव" जीवन की खिलती कली,
प्रेम आराधना, प्रेम मन का व्रत!

प्रेम से रिक्त मानव तो पाषाण है!
प्रेम उर्जा मयी एक आह्वान है!

प्रेम की स्तुति, आस्था को नमन!
प्रेम का जिंदगी में हुआ आगमन!"

"शुद्ध प्रेम, व्यक्ति के जीवन में प्रकाश पुंज की तरह से सहयोग देता है! प्रेम, व्यक्ति में आत्म विश्वास और शुद्धता का बोध करते हुए, आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है! तो आइये शुद्ध प्रेम करें!-चेतन रामकिशन "देव

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