♥♥♥♥♥♥♥फूलों के पथ ♥♥♥♥♥♥♥
जीवन में फूलों के पथ भी आयेंगे,आज मगर तुम काँटों से डरते क्यूँ हो!
ये सच है के मौत तो एक दिन आएगी,
पर जीवन में जीते जी मरते क्यूँ हो!
जो दुनिया नफरत की आँखों से देखे,
काम ज़माने में ऐसा करते क्यूँ हो!
नहीं सुकूं मिलता है ऐसी दौलत से,
लूट-पाट कर अपना घर भरते क्यूँ हो!"
..."शुभ-दिन"...चेतन रामकिशन "देव"...
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