♥♥♥♥♥♥उलफ़त भरे एहसास.♥♥♥♥♥♥♥
दिल में उलफ़त भरे एहसास जगाना सीखो!अपने आंसू ज़रा हिम्मत से सुखाना सीखो!
झूठ के किस्से कसीदों से न कुछ पाओगे
छोड़ के झूठ ज़रा, सच को निभाना सीखो!
जिंदगी दर्द से लबरेज़ है पहले ही बहुत ,
हो सके तो किसी रोते को, हँसाना सीखो!
धर्म के नाम पे लोगों को ना गुमराह करो
हिन्दू मुस्लिम नहीं इन्सान बनाना सीखो!"
.."शुभ-दिन"....चेतन रामकिशन "देव"...
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