Monday, 11 February 2013

♥प्यार की धारा..♥


♥♥♥♥♥♥♥प्यार की धारा..♥♥♥♥♥♥♥♥
न मन में तेरे खोट है, न दिल में बदी है!
अच्छाई भी जिन्दा हैं सखी, तू जो यदि है!
जब भी तुझे देखा, मेरा चेहरा चमक उठा,
तू प्यार की धारा से भरी,कोई नदी है!

ये तेरी मोहब्बत, मेरे दिल का करार है!
बारिश की बूंद जैसी, तू रिमझिम फुहार है!

तुझसे ही मेरी जिंदगी से, फूलों से लदी है!
न मन में तेरे खोट है, न दिल में बदी है!"

.........चेतन रामकिशन "देव".........
दिनांक-११.०२.२०१३

2 comments:

yashoda Agrawal said...

आपकी यह बेहतरीन रचना बुधवार 13/02/2013 को http://nayi-purani-halchal.blogspot.in पर लिंक की जाएगी. कृपया अवलोकन करे एवं आपके सुझावों को अंकित करें, लिंक में आपका स्वागत है . धन्यवाद!

Yashwant R. B. Mathur said...

बेहतरीन


सादर