♥♥♥♥♥♥अपनी आँखों में...♥♥♥♥♥♥
अपनी आँखों में मुझको, छुपा लीजिये!
प्यार के ढाई अक्षर, सिखा दीजिये!
साथ जनमों तलक, जो मिटे न कभी,
रूह पे नाम अपना, लिखा दीजिये!
बिन तेरे नींद आती, नहीं हमनवा,
अपने आँचल में, मुझको सुला दीजिये!
मैं भटकता हूँ देखो, यहाँ से वहां,
मुझको मंजिल का, रस्ता दिखा दीजिये!
"देव" तुम बिन मेरी आँख, नम है बहुत,
पास आकर ये आंसू, सुखा दीजिये!"
..........चेतन रामकिशन "देव".......
दिनांक-२०.०८.२०१३
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