♥♥♥♥♥♥खुशियों की बारिश..♥♥♥♥♥♥♥
धवल चांदनी रात का आगमन हो!
मोहब्बत के जल से धुला सबका मन हो!
न हिंसा रहे, न ही नफरत दिलों में,
हो खुशियों की बारिश के फैला अमन हो!
जलें दीप मन में, उजालों का रंग हो!
यहाँ जिंदगी में खुशी सबके संग हो!
न कोई हो तन्हा, न कोई दुखन हो!
धवल चांदनी रात का आगमन हो...
न हिन्दू न हमको मुसलमान बनकर!
यहाँ हमको जीना है इंसान बनकर!
नहीं हमको देने हैं आंसू किसी को,
यहाँ हमको जीना है मुस्कान बनकर!
मोहब्बत भरे जब यहाँ दिल मिलेंगे!
तो जीवन में खुशबु के गुलशन खिलेंगे!
न दिल में जहर हो, न कोई अगन हो!
धवल चांदनी रात का आगमन हो....
सफ़र ये हक़ीक़त का आसान होगा!
अगर दिल में अपने जो ईमान होगा!
सुनो "देव" उस घर की बढ़ जाये रौनक,
वो जिस घर में बेटी का सम्मान होगा!
मोहब्बत से बढ़कर खजाना नही है!
हमें दिल किसी का दुखाना नहीं है!
हो दिल सबका उजला, भले काला तन हो!
धवल चांदनी रात का आगमन हो!"
....…चेतन रामकिशन "देव"…....
दिनांक-३०.११.२०१३
धवल चांदनी रात का आगमन हो!
मोहब्बत के जल से धुला सबका मन हो!
न हिंसा रहे, न ही नफरत दिलों में,
हो खुशियों की बारिश के फैला अमन हो!
जलें दीप मन में, उजालों का रंग हो!
यहाँ जिंदगी में खुशी सबके संग हो!
न कोई हो तन्हा, न कोई दुखन हो!
धवल चांदनी रात का आगमन हो...
न हिन्दू न हमको मुसलमान बनकर!
यहाँ हमको जीना है इंसान बनकर!
नहीं हमको देने हैं आंसू किसी को,
यहाँ हमको जीना है मुस्कान बनकर!
मोहब्बत भरे जब यहाँ दिल मिलेंगे!
तो जीवन में खुशबु के गुलशन खिलेंगे!
न दिल में जहर हो, न कोई अगन हो!
धवल चांदनी रात का आगमन हो....
सफ़र ये हक़ीक़त का आसान होगा!
अगर दिल में अपने जो ईमान होगा!
सुनो "देव" उस घर की बढ़ जाये रौनक,
वो जिस घर में बेटी का सम्मान होगा!
मोहब्बत से बढ़कर खजाना नही है!
हमें दिल किसी का दुखाना नहीं है!
हो दिल सबका उजला, भले काला तन हो!
धवल चांदनी रात का आगमन हो!"
....…चेतन रामकिशन "देव"…....
दिनांक-३०.११.२०१३
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