♥ ♥ ♥ ♥ ♥ ♥ ♥ ♥ ♥ ♥ ♥ ♥ मेरी माँ( मेरा खुदा)♥ ♥ ♥ ♥ ♥ ♥ ♥ ♥ ♥ ♥
"पत्थर पर नदियों का पानी, गिरकर जैसे दाग बनाए!
पत्थर से पत्थर रगड़ो तो, चिंगारी और आग लगाए!
वैसे ही तेरे क़दमों के, नीचे बनता जहाँ हमारा,
माँ तेरे साए का बरगद, कड़क धूप से हमें बचाए!
तेरे उपकारों का बदला, हरगिज़ नहीं चुका सकता हूँ!
उम्र मेरी बढ़ सकती है पर, जीवन नहीं बना सकता हूँ!
तू धरती पे मेरा खुदा है, मैं तो वंदन तेरा करूँगा!
मुझको दौलत की ना चाहत, अभिनन्दन मैं तेरा करूँगा!
रोज सवेरे उठकर माता, करता हूँ मैं तेरी इबादत!
तुने जन्म दिया है मुझको, तेरी कोख में हुई बनावट.............. ♥ ♥ ♥ ♥ ♥ ♥
तेरा ही प्रकाश जमीं पर, तेरा ही प्रकाश गगन में!
तेरी ही खुश्बू फूलों में, तेरा ही उल्लास चमन में!
तेरी लोरी कान में बजती, और दिल में वसता है चेहरा,
तेरा ही साया है सर पे, तेरा ही एहसास नयन में!
तू माली है और तुझ बिन मैं, बगिया नहीं खिला सकता हूँ!
अपनी खुशियों के लालच में, तुझको नहीं रुला सकता हूँ!
तू धरती पे मेरा खुदा है, मैं तो दर्शन तेरा करूँगा!
मुझको दौलत की ना चाहत, अभिनन्दन मैं तेरा करूँगा!
"देव" तेरे मुश्किल के पल में, माँ की दुआ से हुई हिफाजत!
तुने जन्म दिया है मुझको, तेरी कोख में हुई बनावट.............. ♥ ♥ ♥ ♥ ♥ ♥
तू धरती पे मेरा खुदा है, मैं तो वंदन तेरा करूँगा!
मुझको दौलत की ना चाहत, अभिनन्दन मैं तेरा करूँगा!”
"माँ-( इतना विस्तार पटल है की अर्थ नहीं लिख सकता), अनमोल, असाधारण और जीवन निर्माता! अपनी प्रेरणा के प्रेम पूर्ण सहयोग से आज की रचना माँ के लिए समर्पित की है! आशा करूँगा कि हम सब इन शब्दों को यथार्थ रूप में भी प्रयोग करते हुए, माँ को इस धरती का खुदा बना दें!-चेतन रामकिशन( देव)"
नोट: यह रचना मेरे ब्लॉग www.chetankavi.blogspot.com में पूर्व प्रकाशित हो चुकी है |
"सर्वाधिकार सुरक्षित"
♥ ♥ ♥ ♥ ♥ ♥ ♥ ♥ ♥ ♥ ♥ ♥ my mom (my God) ♥ ♥ ♥ ♥ ♥ ♥ ♥ ♥ ♥ ♥
"stone rivers of water, blot up as down!
Rub the stone from stone, put the spark and fire!
Just for your actions, where we made below,
Mother's Banyan your shadows, save us from the strong sun!
Revenge of your favor, do not have!
I may grow old, the life can not!
You earth is my God, I shall thy salutation!
Me not wanting to money, greetings, your will I!
Mother got up early every day, do I worship your!
You gave me birth, your womb has the texture .............. ♥ ♥ ♥ ♥ ♥ ♥
Your own light on the ground, your own light in the sky!
Yours smells flowers, small garden in your own joy!
Your voice rings in the ears, and heart is in the face
The shadow on your head, your own feeling in the eye!
I without you, you have gardeners, nursery can not feed!
Lure their happiness, you can not cry!
Earth you are my God, I will your vision!
Me not wanting to money, greetings, your will I!
"Dev" In your difficult moments, was to protect the mother's wish!
You gave me birth, your womb has the texture .............. ♥ ♥ ♥ ♥ ♥ ♥
You earth is my God, I shall thy salutation!
Me not wanting to money, greetings, your will I!”
"Mother - (meaning the board can not write so much detail), very precious and life-maker! support of my lovely inspiration we make creation of today is dedicated to mother! Hope that we will do all these words accurately in also using in life, and make mother of the earth to retain God! - Chetan Ramkishan (Dev) "
Note: The creation my blog "www.chetankavi.blogspot. com" has been published before in.
"All Rights Reserved"
"पत्थर पर नदियों का पानी, गिरकर जैसे दाग बनाए!
पत्थर से पत्थर रगड़ो तो, चिंगारी और आग लगाए!
वैसे ही तेरे क़दमों के, नीचे बनता जहाँ हमारा,
माँ तेरे साए का बरगद, कड़क धूप से हमें बचाए!
तेरे उपकारों का बदला, हरगिज़ नहीं चुका सकता हूँ!
उम्र मेरी बढ़ सकती है पर, जीवन नहीं बना सकता हूँ!
तू धरती पे मेरा खुदा है, मैं तो वंदन तेरा करूँगा!
मुझको दौलत की ना चाहत, अभिनन्दन मैं तेरा करूँगा!
रोज सवेरे उठकर माता, करता हूँ मैं तेरी इबादत!
तुने जन्म दिया है मुझको, तेरी कोख में हुई बनावट.............. ♥ ♥ ♥ ♥ ♥ ♥
तेरा ही प्रकाश जमीं पर, तेरा ही प्रकाश गगन में!
तेरी ही खुश्बू फूलों में, तेरा ही उल्लास चमन में!
तेरी लोरी कान में बजती, और दिल में वसता है चेहरा,
तेरा ही साया है सर पे, तेरा ही एहसास नयन में!
तू माली है और तुझ बिन मैं, बगिया नहीं खिला सकता हूँ!
अपनी खुशियों के लालच में, तुझको नहीं रुला सकता हूँ!
तू धरती पे मेरा खुदा है, मैं तो दर्शन तेरा करूँगा!
मुझको दौलत की ना चाहत, अभिनन्दन मैं तेरा करूँगा!
"देव" तेरे मुश्किल के पल में, माँ की दुआ से हुई हिफाजत!
तुने जन्म दिया है मुझको, तेरी कोख में हुई बनावट.............. ♥ ♥ ♥ ♥ ♥ ♥
तू धरती पे मेरा खुदा है, मैं तो वंदन तेरा करूँगा!
मुझको दौलत की ना चाहत, अभिनन्दन मैं तेरा करूँगा!”
"माँ-( इतना विस्तार पटल है की अर्थ नहीं लिख सकता), अनमोल, असाधारण और जीवन निर्माता! अपनी प्रेरणा के प्रेम पूर्ण सहयोग से आज की रचना माँ के लिए समर्पित की है! आशा करूँगा कि हम सब इन शब्दों को यथार्थ रूप में भी प्रयोग करते हुए, माँ को इस धरती का खुदा बना दें!-चेतन रामकिशन( देव)"
नोट: यह रचना मेरे ब्लॉग www.chetankavi.blogspot.com में पूर्व प्रकाशित हो चुकी है |
"सर्वाधिकार सुरक्षित"
♥ ♥ ♥ ♥ ♥ ♥ ♥ ♥ ♥ ♥ ♥ ♥ my mom (my God) ♥ ♥ ♥ ♥ ♥ ♥ ♥ ♥ ♥ ♥
"stone rivers of water, blot up as down!
Rub the stone from stone, put the spark and fire!
Just for your actions, where we made below,
Mother's Banyan your shadows, save us from the strong sun!
Revenge of your favor, do not have!
I may grow old, the life can not!
You earth is my God, I shall thy salutation!
Me not wanting to money, greetings, your will I!
Mother got up early every day, do I worship your!
You gave me birth, your womb has the texture .............. ♥ ♥ ♥ ♥ ♥ ♥
Your own light on the ground, your own light in the sky!
Yours smells flowers, small garden in your own joy!
Your voice rings in the ears, and heart is in the face
The shadow on your head, your own feeling in the eye!
I without you, you have gardeners, nursery can not feed!
Lure their happiness, you can not cry!
Earth you are my God, I will your vision!
Me not wanting to money, greetings, your will I!
"Dev" In your difficult moments, was to protect the mother's wish!
You gave me birth, your womb has the texture .............. ♥ ♥ ♥ ♥ ♥ ♥
You earth is my God, I shall thy salutation!
Me not wanting to money, greetings, your will I!”
"Mother - (meaning the board can not write so much detail), very precious and life-maker! support of my lovely inspiration we make creation of today is dedicated to mother! Hope that we will do all these words accurately in also using in life, and make mother of the earth to retain God! - Chetan Ramkishan (Dev) "
Note: The creation my blog "www.chetankavi.blogspot. com" has been published before in.
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