♥♥♥♥♥♥♥♥♥मातृभूमि के लिए..♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥
मातृभूमि के लिए ह्रदय में , कुर्बानी के भाव रखो तुम!
अपने चिंतन और शब्दों मे , सत्यपूर्ण प्रभाव रखो तुम!
माँ का आँचल मैला न हो और आंचल पर दाग लगे न!
देश में अपने किसी कार्य से, हिंसा वाली आग लगे न!
देश के मानव एक सूत्र में बंधकर प्रेम के दीप जलायें,
मानवता जो खंडित करदे , दिल में ऐसा राग जगे न!
शत्रु ने जो दिए देश को, सम्मुख वो सब घाव रखो तुम!
मातृभूमि के लिए ह्रदय में, कुर्बानी के भाव रखो तुम!"
........"शुभ-दिन"......चेतन रामकिशन "देव".........
मातृभूमि के लिए ह्रदय में , कुर्बानी के भाव रखो तुम!
अपने चिंतन और शब्दों मे , सत्यपूर्ण प्रभाव रखो तुम!
माँ का आँचल मैला न हो और आंचल पर दाग लगे न!
देश में अपने किसी कार्य से, हिंसा वाली आग लगे न!
देश के मानव एक सूत्र में बंधकर प्रेम के दीप जलायें,
मानवता जो खंडित करदे , दिल में ऐसा राग जगे न!
शत्रु ने जो दिए देश को, सम्मुख वो सब घाव रखो तुम!
मातृभूमि के लिए ह्रदय में, कुर्बानी के भाव रखो तुम!"
........"शुभ-दिन"......चेतन रामकिशन "देव".........
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