♥♥♥♥मेहनत का जज्बा...♥♥♥♥♥♥
जब से मेहनत का जज्बा पहचाना है!
मिट्टी को भी सोना करना जाना है!
वो दुश्मन होकर भी प्यारा लगता है,
जिसको मैंने दिल से अपना माना है!
तुम दुनिया की भीड़ में गुम न हो जाना,
मेरे दिल में हमदम, तेरा ठिकाना है!
अब मंजिल आँखों से दूर नहीं होती,
मैंने जबसे यकीं जीत का माना है!
तारों को नजदीक से छूकर देखेंगे,
अम्बर को क़दमों के नीचे लाना है!
प्यास लगेगी तो अश्कों को पी लेंगे,
और भूख में अपने गम को खाना है!
लूट मार कर न ख्वाहिश है दौलत की,
केवल जग में अपना नाम कमाना है!
आज है दुख तो कल सुख भी मिल जायेगा,
यही सोचकर सूरत को मुस्काना है!
"देव" घमंडी लोगों को ये समझा दो,
एक दिन सबको मिट्टी में मिल जाना है!"
..........चेतन रामकिशन "देव"….........
दिनांक-१४.०२.२०१४
जब से मेहनत का जज्बा पहचाना है!
मिट्टी को भी सोना करना जाना है!
वो दुश्मन होकर भी प्यारा लगता है,
जिसको मैंने दिल से अपना माना है!
तुम दुनिया की भीड़ में गुम न हो जाना,
मेरे दिल में हमदम, तेरा ठिकाना है!
अब मंजिल आँखों से दूर नहीं होती,
मैंने जबसे यकीं जीत का माना है!
तारों को नजदीक से छूकर देखेंगे,
अम्बर को क़दमों के नीचे लाना है!
प्यास लगेगी तो अश्कों को पी लेंगे,
और भूख में अपने गम को खाना है!
लूट मार कर न ख्वाहिश है दौलत की,
केवल जग में अपना नाम कमाना है!
आज है दुख तो कल सुख भी मिल जायेगा,
यही सोचकर सूरत को मुस्काना है!
"देव" घमंडी लोगों को ये समझा दो,
एक दिन सबको मिट्टी में मिल जाना है!"
..........चेतन रामकिशन "देव"….........
दिनांक-१४.०२.२०१४
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