♥♥♥♥♥तुमको देखा तो..♥♥♥♥♥
मेरे सीने में दिल धड़कने लगा!
तुमको देखा तो प्यार जगने लगा!
तेरी जुल्फों की ये नमी छुकर,
धूप में भी गगन बरसने लगा!
तेरी खुश्बू हवा के साथ घुली,
बागवां, मेरा घर महकने लगा!
तेरे लफ़्जों की बांसुरी सुनकर,
मेरा सूना सा घर चहकने लगा!
तूने हाथों से जो छुआ मुझको,
मेरा रंग रूप भी निखरने लगा!
तुझमें ज्योति है देखकर तुझको,
ये अँधेरा भी रुख बदलने लगा!
"देव" नफ़रत की आग कैसे रहे,
प्यार बारिश में जब बिखरने लगा! "
.......चेतन रामकिशन "देव"….…
दिनांक- ११.०६.२०१४
मेरे सीने में दिल धड़कने लगा!
तुमको देखा तो प्यार जगने लगा!
तेरी जुल्फों की ये नमी छुकर,
धूप में भी गगन बरसने लगा!
तेरी खुश्बू हवा के साथ घुली,
बागवां, मेरा घर महकने लगा!
तेरे लफ़्जों की बांसुरी सुनकर,
मेरा सूना सा घर चहकने लगा!
तूने हाथों से जो छुआ मुझको,
मेरा रंग रूप भी निखरने लगा!
तुझमें ज्योति है देखकर तुझको,
ये अँधेरा भी रुख बदलने लगा!
"देव" नफ़रत की आग कैसे रहे,
प्यार बारिश में जब बिखरने लगा! "
.......चेतन रामकिशन "देव"….…
दिनांक- ११.०६.२०१४
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