♥♥♥♥जिंदगानी को...♥♥♥♥♥
जिंदगानी को जब निभायेंगे!
थोड़ा खोयेंगे, थोड़ा पायेंगे!
कुछ तो हिस्से में अपने आयेगा,
जब भी किस्मत को आजमायेंगे!
आज मायूस हैं तो कैसा गिला,
एक दिन हम भी खिलखिलायेंगे !
हाँ यक़ीनन सज़ा मिलेगी बहुत,
दिल किसी का जो हम दुखायेंगे!
होगा खुश हमसे वो खुदा देखो,
किसी रोते को जो हँसायेंगे!
जिसने ठुकराके दिल मेरा तोड़ा,
एक दिन उनको याद आयेंगे!
"देव" रूहानी अपना नाता हो,
जिस्म की चाह को भुलायेंगे! "
.......चेतन रामकिशन "देव"…...
दिनांक- १२.०६.२०१४
जिंदगानी को जब निभायेंगे!
थोड़ा खोयेंगे, थोड़ा पायेंगे!
कुछ तो हिस्से में अपने आयेगा,
जब भी किस्मत को आजमायेंगे!
आज मायूस हैं तो कैसा गिला,
एक दिन हम भी खिलखिलायेंगे !
हाँ यक़ीनन सज़ा मिलेगी बहुत,
दिल किसी का जो हम दुखायेंगे!
होगा खुश हमसे वो खुदा देखो,
किसी रोते को जो हँसायेंगे!
जिसने ठुकराके दिल मेरा तोड़ा,
एक दिन उनको याद आयेंगे!
"देव" रूहानी अपना नाता हो,
जिस्म की चाह को भुलायेंगे! "
.......चेतन रामकिशन "देव"…...
दिनांक- १२.०६.२०१४
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