Monday, 14 July 2014

♥♥प्यार की छाँव..♥♥


♥♥♥♥♥♥प्यार की छाँव..♥♥♥♥♥
प्यार की छाँव का असर होगा!
अपने ख़्वाबों का एक घर होगा!

कोई दुख तुझको जब करे तन्हा,
मेरे कंधे पे तेरा सर होगा!

तुम जुदाई की बात मत करना,
न बिछड़ने का कोई डर होगा!

प्यार भर देंगे हम हर एक घर में,
देखो कितना हसीं शहर होगा!

ग़म के पत्थर नहीं गिराएंगे,
तू जो जीवन का हमसफ़र होगा!

कोई नफरत न जीत पायेगी,
जब तलक प्यार में बसर होगा!

"देव" चाहत के सिलसिले की तरफ,
अपना दिन रात, हर पहर होगा! "

......चेतन रामकिशन "देव".......
दिनांक-१४.०७ २०१४

5 comments:

yashoda Agrawal said...

आपकी लिखी रचना बुधवार 16 जुलाई 2014 को लिंक की जाएगी...............
http://nayi-purani-halchal.blogspot.in आप भी आइएगा ....धन्यवाद!

Unknown said...

खूबसूरत बेहद उम्दा रचना

Unknown said...

खूबसूरत रचना

Unknown said...

Bahut hi umdaa gazal.....

chetan ramkishan "dev" said...

"
सम्मानित यशोदा जी,
" महेश जी,
" अनुषा जी,
" परी जी "

आप सभी का हृदय से आभारी हूँ "