♥♥♥♥♥♥♥लौ ...♥♥♥♥♥♥♥♥♥
कोई लौ बनके तुम उजाला करो।
न ही नफरत से रंग काला करो।
सारी दुनिया को याद आओगे,
काम ऐसा जरा निराला करो।
जी रहे जिसमें वो ही पल जीवन,
काम कल पर न कोई टाला करो।
जिंदगी खुद की बस, नहीं होती,
फ़र्ज़ भी सबका तुम संभाला करो।
"देव " हर धर्म से जो पावन हैं,
फूल इंसानियत के पाला करो। "
........चेतन रामकिशन "देव"……
दिनांक-१६.११.२०१५
" सर्वाधिकार C/R सुरक्षित। "
कोई लौ बनके तुम उजाला करो।
न ही नफरत से रंग काला करो।
सारी दुनिया को याद आओगे,
काम ऐसा जरा निराला करो।
जी रहे जिसमें वो ही पल जीवन,
काम कल पर न कोई टाला करो।
जिंदगी खुद की बस, नहीं होती,
फ़र्ज़ भी सबका तुम संभाला करो।
"देव " हर धर्म से जो पावन हैं,
फूल इंसानियत के पाला करो। "
........चेतन रामकिशन "देव"……
दिनांक-१६.११.२०१५
" सर्वाधिकार C/R सुरक्षित। "
1 comment:
आपका #ब्लॉग पर आने के लिए आभार, हमारे मार्गदर्शन हेतु पुनः पधारें | क्योकी आपके आगमन से ही हमारे #लेखन में उत्साह की वृद्धी होती है |
आप सभी का स्वागत है मेरे इस #ब्लॉग #हिन्दी #कविता #मंच के नये #पोस्ट #मिट्टीकेदिये पर | ब्लॉग पर आये और अपनी प्रतिक्रिया जरूर दें |
http://hindikavitamanch.blogspot.in/2015/11/mitti-ke-diye.html
धन्यवाद |
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