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जाने क्यूँ ऐसा लगता है, वक़्त अचानक बदल गया है!
जब भी सांसें लेता हूँ तो सीने में खंजर चुभता है!
अक्सर कोशिश करता हूँ मैं, हंसने, मुस्काने की लेकिन,
बाहर से बेशक हँसता हूँ, पर भीतर से दिल दुखता है!
.................चेतन रामकिशन "देव"......................
जाने क्यूँ ऐसा लगता है, वक़्त अचानक बदल गया है!
जब भी सांसें लेता हूँ तो सीने में खंजर चुभता है!
अक्सर कोशिश करता हूँ मैं, हंसने, मुस्काने की लेकिन,
बाहर से बेशक हँसता हूँ, पर भीतर से दिल दुखता है!
.................चेतन रामकिशन "देव"......................
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